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- #मनोविज्ञान
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- #लत लगना
रचना: 2024-11-11
रचना: 2024-11-11 22:52
हाल ही में हम नए गाने सुनते ही उसमें खो जाते हैं और उससे बाहर निकल पाना मुश्किल हो जाता है। खासकर आजकल के हिट गाने तो एक बार सुनते ही दिमाग में घूमने लगते हैं। आखिर ऐसा क्यों होता है कि हम बार-बार उसे सुनते रहते हैं और उसे रोक नहीं पाते? आज हम संगीत में छिपे 'हिट फॉर्मूले' और उसके राज़ को जानेंगे।
1. 'हुक' का जादू: पहले 10 सेकंड ही सबकुछ तय करते हैं!
क्या आप जानते हैं कि बहुत से लोग गाना सुनना शुरू करने के बाद 10 सेकंड के अंदर ही फैसलाले लेते हैं? इस छोटे से समय में अगर कोई दमदार 'हुक' आ जाता है, तो हम अनजाने में ही उस गाने को याद रख लेते हैं। इसके कुछ बेहतरीन उदाहरण हैं, बैंडटैनसॉयनदन (BTS) के हिट गाने या आइव (IVE) के गाने, जिनमें से ज़्यादातर गानों में शुरू के 10 सेकंड में ही कानों को भाने वाला मेलोडी इस्तेमाल किया गया है।
2. बार-बार आने वाले बोल और 'ईयरवर्म' प्रभाव
क्या आपने कभी 'ईयरवर्म (Earworm)' शब्द सुना है? इसका मतलब है कि गाने का कोई खास हिस्सा बार-बार दिमाग में घूमता रहता है। इस ईयरवर्म प्रभाव का अच्छे से इस्तेमाल करने वाले गाने ज़्यादा पसंद किए जाते हैं। खासकर आजकल का चलन है छोटे और बार-बार आने वाले रफ़्तारवाले गाने। न्यूजिन्स (NewJeans) का 'ETA' या ज़िको (ZICO) का 'आमुनोर' इसके अच्छे उदाहरण हैं।
3. भावनाओं में डूबने में मदद करने वाले बोल
संगीत के बोल हमारी भावनाओं और हमारी सहानुभूति को जोड़ते हैं। खासकर प्यार, अलग होना, सपने जैसे विषय ज़्यादातर लोगों को आसानी से अपनी ओर खींचते हैं। आजकल के गानों के बोल छोटे और सीधे होते हैं, और उनमें ज़्यादा रूपक का प्रयोग किया जाता है जिससे उनका मज़ा समझने मेंमज़ा आता है। इससे सुनने वाले की भावनाओं को जोरदार तरीके से उत्तेजित किया जाता है और उसे बार-बार सुनने के लिए प्रेरित किया जाता है।
4. संगीत स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म के एल्गोरिथ्म का प्रभाव
आखिर में, हमारे द्वारा सुने जाने वाले गाने बार-बार बजने का एक और कारण है संगीत स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म का एल्गोरिथ्म। प्लेटफ़ॉर्म हमारे स्वाद के हिसाब से गाने सुझाते रहते हैं। इस वजह से, एक बार पसंद आ गया गाना, अनजाने में ही बार-बार सुन लिया जाता है।
आजकल के हिट गानों में सिर्फ़ साधारण मेलोडी और बोल ही नहीं होते, बल्कि कुछ और भी छिपा होता है। यह जनता के स्वाद को समझने और मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर रिसर्च करने का नतीजा भी है। इसीलिए हम अनजाने में बार-बार उसे सुनते रहते हैं। अगली बार जब आप कोई नया गाना सुनें, तो उसमें छिपे छोटे-छोटे 'मार्केटिंग ट्रिक्स' को ढूंढने की कोशिश करें, यह मज़ेदार होगा।
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